The smart Trick of Shodashi That No One is Discussing
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एकान्ते योगिवृन्दैः प्रशमितकरणैः क्षुत्पिपासाविमुक्तैः
एकस्मिन्नणिमादिभिर्विलसितं भूमी-गृहे सिद्धिभिः
आर्त-त्राण-परायणैररि-कुल-प्रध्वंसिभिः संवृतं
सर्वानन्द-मयेन मध्य-विलसच्छ्री-विनदुनाऽलङ्कृतम् ।
In the spiritual journey of Hinduism, Goddess Shodashi is revered as a pivotal deity in guiding devotees towards Moksha, the ultimate liberation from your cycle of start and Demise.
यत्र श्री-पुर-वासिनी विजयते श्री-सर्व-सौभाग्यदे
ह्रीङ्काराम्भोजभृङ्गी हयमुखविनुता हानिवृद्ध्यादिहीना
ब्रह्माण्डादिकटाहान्तं जगदद्यापि दृश्यते ॥६॥
दुष्टानां दानवानां मदभरहरणा दुःखहन्त्री बुधानां
Sati was reborn as Parvati to the mountain king Himavat and his spouse. There was a rival of gods named Tarakasura who could be slain only via the son Shiva and Parvati.
यह देवी अत्यंत सुन्दर रूप वाली सोलह वर्षीय युवती के रूप में विद्यमान हैं। जो तीनों लोकों (स्वर्ग, पाताल तथा पृथ्वी) click here में सर्वाधिक सुन्दर, मनोहर, चिर यौवन वाली हैं। जो आज भी यौवनावस्था धारण किये हुए है, तथा सोलह कला से पूर्ण सम्पन्न है। सोलह अंक जोकि पूर्णतः का प्रतीक है। सोलह की संख्या में प्रत्येक तत्व पूर्ण माना जाता हैं।
संकष्टहर या संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत विधि – sankashti ganesh chaturthi
, variety, through which she sits atop Shivas lap joined in union. Her features are unlimited, expressed by her five Shivas. The throne upon which she sits has as its legs the 5 sorts of Shiva, the renowned Pancha Brahmas
साम्राज्ञी सा मदीया मदगजगमना दीर्घमायुस्तनोतु ॥४॥